Angina: Symptoms, Causes & Treatment

एंजाइना क्या होता है ?

दोस्तों एंजाइना पेक्टरिस को सामान्य रूप से एंजाइना कहते हैं एंजाइना एक प्रकार का छाती में होने वाला दर्द या डिस्कंफर्ट है जो बार-बार हो सकता है, एंजाइना का दर्द उस समय उत्पन्न होता है जब हार्ट के कुछ भाग को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन या खून की सप्लाई नहीं हो पाती है या पर्याप्त ऑक्सीजन सप्लाई ना हो पाना, एथेरोसिक्लेरोसिस यानी अर्टीरीज का संकरा हों जाना जिसके कारण बने ब्लड क्लॉट से अर्टीरीज का ब्लॉक हो जाना. हमें एंजाइना पेक्टरिस के दर्द का अनुभव तब होता है जब एक्सरसाइज कर रहे हो, सीढ़ियां चढ़ रहे हो या किसी भी प्रकार का इमोशनल स्ट्रेस हो

एंजाइना पेक्टरिस के लक्षण क्या है ?

छाती में दर्द या छाती में फुलनेस महसूस होना, छाती में भारीपन और दबाव महसूस होना, चेस्ट डिस्कंफर्ट और सीने में दर्द जैसा महसूस हो सकता है जो बाहों, पीठ या अन्य क्षेत्रों में फैलता है, सांस लेने की समस्या, पसीना आना और थकावट,गर्दन और गले में दर्द महसूस होना, हाथ और कंधे में दर्द होना, पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द होना, जबड़े में लगातार दर्द होना और दांतों में दर्द फैलना।

एंजाइना पेक्टरिस का पेन कब खतरनाक हो सकता है ?

अगर आपका वजन बढ़ा हुआ हो, परिवार में किसी को हार्ट की बीमारी हुई हो डायबिटीज हो या कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ गया हो, आप कोई फिजिकल एक्टिविटी नही कर रहे हो या आप शराब या स्मोकिंग कर रहे हों ,बढ़ती उम्र, उच्च रक्त, उच्च कोलेस्ट्रॉल या ट्राइग्लिसराइड्स, क्रोनिक किडनी रोग, परिधीय धमनी रोग, चयापचय सिंड्रोम या स्ट्रोक का इतिहास एनजाइना के जोखिम को बढ़ाता है। भावनात्मक तनाव, कुछ दवाएं जैसे माइग्रेन की दवाएं, प्रिंज़मेटल एनजाइना को ट्रिगर करती हैं। नशीली दवाओं का दुरुपयोग और ठंडा तापमान।

एंजाइना पेक्टरिस का इलाज़ क्या है ?

अगर आपको एनजाइना की समस्या है तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलना चाहिए जहाँ डॉक्टर आपकी मौजूदा स्थिति के अनुसार छाती का एक्स-रे, इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी या ईकेजी), तनाव परीक्षण – ट्रेडमिल पर चलना, परमाणु तनाव परीक्षण, इकोकार्डियोग्राम, कार्डिएक कम्प्यूटरीकृत टोमोग्राफी (सीटी), कार्डिएक चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (एमआरआई), और कोरोनरी एंजियोग्राफी की जांच करवाने के लिए कह सकते हैं

एनजाइना होने पर डॉक्टर रोगी का उपचार निम्नलिखित दवाओं से करता है

  • नाइट्रेट्स – नाइट्रोग्लिसरीन
  • थक्का रोकने वाली दवाएं जैसे क्लोपिडोग्रेल, एस्पिरिन
  • बीटा-ब्लॉकर्स जैसे एटेनोलोल, बीटाक्सोलोल, बिसोप्रोलोल, एस्मोलोल, मेटोप्रोलोल टारट्रेट और नेबिवोलोल
  • कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स जैसे अम्लोडिपाइन, निफेडिपिन और फेलोडिपाइन , वेरापामिल और डिल्टिआज़ेम
  • रक्तचाप कम करने वाली की दवाएं जैसे एंजियोटेंसिन-परिवर्तित एंजाइम (एसीई) इन्हिबिटर्स या एंजियोटेंसिन 2 रिसेप्टर ब्लॉकर्स
  • रैनोलज़ीन दवा पुरानी स्थिर एनजाइना के लिए अकेले या कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, बीटा ब्लॉकर्स या नाइट्रोग्लिसरीन अन्य के साथ किया जा सकता है ।

अगर मरीज की स्थिति बहुत ही गंभीर है  तो  डॉक्टर रोगी की सर्जरी कराने की सलाह दे सकता है 

  • स्टेंटिंग के साथ एंजियोप्लास्टी
  • ओपन-हार्ट सर्जरी (कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी)

एनजाइना से बचाव कैसे किया जा सकता है?

  • हृदय को स्वस्थ रखने के लिए सभी तरह के पौषक तत्वों और विटामिन युक्त आहार का सेवन करें।
  • जीवनशैली में बदलाव एनजाइना के उपचार में बहुत महत्वपूर्ण है।
  • शराब, बियर या कोई अन्य प्रकार के नशीले उत्पाद से दूरी बना कर रखें।
  • डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और चयापचय सिंड्रोम जैसी समस्याओं को नियंत्रण जरूरी है ।
  • धूम्रपान न करें और धूम्रपान बंद करने के उपचार के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
  • साबुत अनाज, फलों और सब्जियों से भरपूर स्वस्थ आहार लिया जाना चाहिए ।
  • नमक, संतृप्त (Satisfied) और ट्रांस वसा युक्त आहार कम करें ।
  • हर दिन योग या व्यायाम करें और तनाव लेने से बचें।