Best Testosterone Booster

दोस्तों ! आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी के चलते पुरुषों में कमजोरी की समस्या आम हो गई है जिसका सीधा असर सेक्स लाइफ पर पड़ता है। जब आप अपने पार्टनर को सेक्सुअली संतुष्ट नहीं कर पाते हैं  शायद सेक्स के लिए लिंग में पर्याप्त तनाव या कड़ापन  न  होने की वजह से या नपुंसकता (infertility) और कम शुक्राणु उत्पादन । दोस्तों ! पुरुषों के लिए एक सेक्स होरमोन होता है  जिसे टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन कहते हैं और  इस सेक्स हॉर्मोन की कमी से अनेक समस्याएं उत्पन्न होती हैं 

“टेस्टोस्टेरोन पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाया जाने वाला एक अनूठा सेक्स हार्मोन है। यह मुख्य रूप से पुरुषों के अंडकोष और महिलाओं के अंडाशय में उत्पन्न होता है। टेस्टोस्टेरोन विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य करता है, विशेष रूप से युवावस्था के विकास और उसके बाद के दौरान।

पुरुषों में, टेस्टोस्टेरोन पुरुष प्रजनन प्रणाली के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह लिंग के विकास में योगदान देता है, कामेच्छा या यौन इच्छा को उत्तेजित करता है, शुक्राणु उत्पादन को बढ़ाता है और पुरुष आवाज को गहरा करने में सहायता करता है। इसके अतिरिक्त, टेस्टोस्टेरोन वजन बढ़ाने को बढ़ावा देकर और शरीर के बालों और मांसपेशियों के विकास को सुगम बनाकर शरीर की संरचना को प्रभावित करता है। इसके अलावा, यह पुरुष प्रजनन क्षमता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

महिलाओं में, टेस्टोस्टेरोन की भी भूमिका होती है, यद्यपि कम मात्रा में। यह हड्डी के घनत्व, मांसपेशियों के द्रव्यमान और समग्र कल्याण के विकास और रखरखाव में योगदान देता है। महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में उनके मासिक धर्म चक्र में उतार-चढ़ाव होता है, ओव्यूलेशन चरण के दौरान उच्च स्तर देखा जाता है।

यह ध्यान देने योग्य है कि टेस्टोस्टेरोन का स्तर व्यक्तियों के बीच भिन्न हो सकता है और उम्र, आनुवंशिकी और समग्र स्वास्थ्य जैसे विभिन्न कारकों से प्रभावित हो सकता है। इसलिए, किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य और कल्याण पर टेस्टोस्टेरोन के प्रभाव की व्यापक समझ के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।”

अगर आपको थकान, तनाव, डिप्रेशन नपुंसकता कामेच्छा की कमी, मांसपेशियों का कमजोर होना और वजन बढ़ने जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो आपको अपने टेस्टोस्टेरोन का स्तर जरूर चेक करना चाहिए। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा – केसर, सफेद मूसली,अश्वगंधा, कौंच बीज, गोक्षुरा

सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन की कमी के लक्षण

  • कामेच्छा की कमी (low libido), मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन
  • लिंग में पर्याप्त तनाव या कड़ापन न होना
  • नपुंसकता (infertility) और कम शुक्राणु उत्पादन
  • शरीर के वजन का बढ़ना
  • शरीर और चेहरे पर बालों की कमी होने लगना
  • नियमित थकान और मांसपेशियों की शक्ति मे कमी
  • डिप्रेशन और एकाग्रता और स्मृति से संबंधित समस्याएं पैदा होना
  • ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) या कम हड्डी घनत्व का होना

Testosterone levels by age and gender

आयु (age) पुरूष (in ng/dl) महिला (in ng/dl)
7–10 वर्ष1.80 to 5.682.69 to 10.29
13-17 वर्ष208.08 to 496.58 16.72 to 31.55
19 वर्ष या अधिक 265- 923 15-70

Testosterone levels In male on The Basis of Age

आयु (age)

 पुरूष (in ng/dl)

9 वर्ष 7-20 ng/dl
10-11 वर्ष 7-130 ng/dl
12-13 वर्ष 7-800 ng/dl
14 वर्ष 7-1,200 ng/dl
15-16 वर्ष 100-1,200 ng/dl
17-18 वर्ष 300-1,200 ng/dl
19 वर्ष या अधिक240-950 ng/dl

टेस्टोस्टेरोन की कमी से होने वाले रोग निम्नलिखित हैं

  • टेस्टोस्टेरोन की कमी से हाइपोगोनेडिज्म अवस्था पैदा हो जाती है
  • लिंग का खड़ा ना होना जैसे  इरेक्टाइल डिसफंक्शन डिस्फंक्शन की बीमारी
  • मांस पेशियों का कमजोर होना, पुरुषों की आक्रामकता और यौन क्षमता में कमी होना
  • यादाश्त कमजोर होना, एकाग्रता में कमी,अवसाद, चिंता, और चिड़चिड़ापन की
  • अच्छी नींद की कमी, और हड्डियों का कमजोर होना और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी होना
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